डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के मंत्रिमंडल ने आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) के भारत से कपास और चीनी आयात के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से गुरुवार को ये जानकारी सामने आई है। हालांकि पाकिस्तान कैबिनेट की तरफ से इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान अब तक सामने नहीं आया है। पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री हम्माद अजहर ने बुधवार को ईसीसी की बैठक के बाद भारत से कपास और चीनी के आयात पर लगभग दो साल पुराने प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की थी।
हम्माद अजहर ने कहा था, पाकिस्तान के टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स की विदेशों में मांग बढ़ी है, इस वजह से पाकिस्तान को अधिक कपास की जरुरत है। उन्होंने कहा कि इस साल देश में कपास की पैदावार संतोषजनक नहीं हुई है। अजहर ने कहा, बड़े कारोबारी तो मिस्र और दुनिया के दूसरे देशों से कपास आयात कर सकते हैं लेकिन छोटे और मझौले व्यापारी ऐसा नहीं कर सकते हैं इसलिए भारत से कपास और सूत को आयात करने की इजाज़त दी गई है। पाकिस्तान में स्थानीय टेक्सटाइल व्यापारी भी मांग करते रहे हैं कि उन्हें कपड़ा तैयार करने के लिए भारत से कपास के आयात की इजाज़त दी जाए।
बता दें कि भारत ने साल 2019 में जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटा दिया था। पाकिस्तान ने इसका विरोध किया था और भारत से होने वाले आयात पर पाबंदी लगा दी थी। बुधवार को ईसीसी की बैठक के बाद प्रतिबंध हटने की खबर से व्यापारियों में उत्साह था। हालांकि कट्टरपंथी इस बात के लिए इमरान सरकार की आलोचना कर रहे थे कि वह कश्मीर में बदलाव हुए बिना ही भारत के सामने झुक गई। शायद इसी दबाव में अब इमरान सरकार ने ईसीसी के फैसले को पलट दिया है।
इमरान सरकार ने इस फैसले के बाद अब व्यापारियों को अमरीका, ब्राज़ील और मध्य एशिया से मंहगे दामों पर कपास का आयात करना पड़ेगा।
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