सना। यमन के राष्ट्रपति अब्द राब्बू मंसूर हादी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। विद्रोहियों के बढ़ते दबाव की वजह से हादी अदन स्थित महल छोड़कर कहीं भाग गए हैं। चश्मदीदों के मुताबिक, अदन की पहाड़ी पर बने हादी के महल से बुधवार को राष्ट्रपति के काफिले को निकलते देखा गया। राष्ट्रपति के एक अधिकारी ने बताया कि वह एक कमरे से अदन से 60 किमी दूर अल अनाद में विद्रोहियों के खिलाफ उनकी सेना के अभियान और सैनिकों की प्रतिक्रिया पर नजर रख रहे थे। विद्रोहियों ने हादी को पकड़ने के लिए 1 लाख डॉलर के इनाम की भी घोषणा की है। इसके अलावा रक्षा मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि हादी के सहयोगी और रक्षा मंत्री महमूद अल सुबाही को लाझ शहर से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि विद्रोहियों ने अदन शहर से लगे अल अनाद स्थित सरकार नियंत्रित हवाई अड्डे पर भी कब्जा जमा लिया है।
इस बीच भारत ने युद्धग्रस्त देश से अपने नागरिकों को फौरन निकलने की चेतावनी जारी की है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, यमन में लगभग 3,500 भारतीय रह रहे हैं। भारतीय विदेश मंंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, “हमने यमन में रह रहे भारतीयों को स्थिति को गंभीरता से लेने और तत्काल देश छोड़ने को कहा है।” बता दें कि यमन में रह रहे भारतीयों में सबसे ज्यादा नर्सें हैं। भारत द्वारा जारी की गई ये तीसरी एडवाइजरी है। राजधानी सना स्थित भारतीय दूतावास ने भी हेल्पलाइन जारी किया है।