मेरठ।। दंगों की आग में झुलसे मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक सौहार्द की उम्मीद जगा रहे हैं शामली के रिटायर्ड फौजी सतेंद्र मलिक । उन्होंने शुक्रवार को गांव के ही दूसरे संप्रदाय की लड़की का न केवल निकाह करवाया, बल्कि उसकी विदाई भी अपनी बेटी की तरह अपने घर से कराई। मलिक ने इस शादी का पूरा खर्च भी खुद ही उठाया है।
शामली का कुड़ाना गांव भी दंगों की चपेट में आ गया था। इस कारण गांव के कुछ लोग वहां से पलायन कर गए थे। गांव के ही रिटायर्ड फौजी सतेन्द्र मलिक ने अपने दोस्त रहीसु की बेटी अनवरी की शादी कराने का फैसला किया। इसमें मलिक के परिवार ने भी उसका बखूबी साथ दिया। अनवरी की शादी मुजफफरनगर के थाना बुढ़ाना क्षेत्र के नई बस्ती निवासी वसीम पुत्र अख्तर से 4 अगस्त को तय हुई थी। बिगड़े माहौल के कारण शुक्रवार को दुल्हे के साथ 15 बराती कुड़ाना गांव पहुंचे और निकाह संपन्न हुआ।
इस पाक मौके पर सतेन्द्र की पत्नी मनोज देवी और बेटा अनिल भी साथ में जुटे रहे। सतेन्द्र ने बारात की दावत के लिए खानपान का इंतजाम भी संप्रदाय के अनुसार ही किया। निकाह के बाद जब दुल्हन को विदा करने का समय आया तो सतेन्द्र ने रहीसु से बेटी को अपने घर से विदा करने की बात कही। सतेन्द्र की इच्छा पर अनवरी को उसके घर से विदा किया गया।