फर्रुखाबाद:आहुतियां डालने के बाद तांत्रिक धधकते हवन कुंड में बैठ गया। इसके बाद फिर हुआ कुछ ऐसा जिसे देखकर सब हैरान हो गये। चारों ओर चीख-पुकार मच गई। तंत्रमंत्र के चक्कर में हुआ ये अजीबोगरीब मामला यूपी के फर्रुखाबाद जिले का है।
फर्रुखाबाद थाना शमसाबाद के गांव मुबारिकपुर निवासी सूरजपाल जाटव (65) काफी समय से तंत्रमंत्र करता था। परिवारवालों के अनुसार गुरुवार को सूरजपाल ने अपने भाई रामप्रकाश व अन्य लोगों से कहा कि वह पूजा पाठ के बाद हवन कुंड में बैठ जाएगा। इसके बाद भी नहीं जलेगा। लेकिन किसी ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। सूरजपाल ने हवन कुंड में पूजा करने के बाद आहुतियां डालीं। इसके बाद वह अचानक हवन कुंड में बैठ गया।
आग की लपटों की चपेट में आते ही वह धू-धूकर जलने लगा। चीखपुकार होने पर भाई वह अन्य लोग मौके पर पहुंचे। सूरजपाल को हवन कुंड से बाहर निकाला और उसे शमसाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। लोहिया अस्पताल में उसकी कुछ समय बाद मौत हो गई।
भाई रामप्रकाश ने बताया कि सूरजपाल की पत्नी की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। उसके दो बेटियां मीना देवी और नन्ही देवी है, जिनकी शादी हो चुकी है। पुलिस ने शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष संजय गुप्ता का कहना है कि वृद्ध खुद ही जलते हुए हवनकुंड में बैठ गया, जिससे वह मर गया। परिजनों ने किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई करने के लिए कोई तहरीर नहीं दी है।
आग की लपटों की चपेट में आते ही वह धू-धूकर जलने लगा। चीखपुकार होने पर भाई वह अन्य लोग मौके पर पहुंचे। सूरजपाल को हवन कुंड से बाहर निकाला और उसे शमसाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। लोहिया अस्पताल में उसकी कुछ समय बाद मौत हो गई।
भाई रामप्रकाश ने बताया कि सूरजपाल की पत्नी की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। उसके दो बेटियां मीना देवी और नन्ही देवी है, जिनकी शादी हो चुकी है। पुलिस ने शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष संजय गुप्ता का कहना है कि वृद्ध खुद ही जलते हुए हवनकुंड में बैठ गया, जिससे वह मर गया। परिजनों ने किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई करने के लिए कोई तहरीर नहीं दी है।