वाणिज्य कर के एडीशनल कमिश्नर ने दी कारोबारियों को हिदायत
ग्राहक बनकर दुकानों पर पहुंचेंगे अधिकारी
लखनऊ । पर्व कोई हो होली या दीवाली इस दौरान मिठाई व नमकीन की दुकानों पर भारी मात्रा में बिक्री होती है,लेकिन या तो कारोबारी बिल काटते ही नहीं है या फिर जो काटते हैं उन्हें रात के समय डिलिट कर देते हैं। इससे मिठाई की बिक्री पर मिलने वाला टैक्स प्रदेश सरकार को न के बराबर ही मिल पाता है, क्योंकि ये कारोबारी रेलवे के जरिए प्रान्त बाहर से टैक्स चोरी की मेवा, मैदा सूजी, घी मंगाकर अघोषित रूप से मिठाई बनाते है और बेचते हैं। वाणिज्य कर विभाग में जमा होने वाले रिटर्न में केवल उसी कच्चे माल की खरीद दिखायी जाती जो माल बिल से मंगाया जाता है।वाणिज्य कर विभाग के एडीशनल कमिश्नर-ग्रेड वन डा. बुद्धेशमणि व विशेष जांच टीम एसआईबी के चीफ अनंजय कुमार ने शनिवार को शहर के सभी मिठाई कारोबारियों को बुलाकर सख्त हिदायत दी कि अगर बिना बिल के मिठाई या अन्य किसी उत्पाद की बिक्री की गयी तो छापे की कार्रवाई के लिए तैयार रहें। मिठाई व परचून के कारोबार में हो रही टैक्सचोरी को रोकने के लिए व्यापारियों के साथ हुई बैठक में डा. बुद्धेशमणि ने कहा कि कारोबारी वास्तविक बिक्री पर ही टैक्स जमा करें। इसके साथ ही ग्राहकों से भी अपील की गयी है कि वे जागरूक नागरिक की तरह प्रदेशहित में हर खरीद पर बिल लें जिससे बिक्री पर टैक्स की चोरी न की जा सके। मिठाई दुकानों पर विभाग के अधिकारी गोपनीय तरह से ग्राहक बनकर जाएंगे और मिठाई या अन्य उत्पादों की खरीद पर बिल लेंगे। जो कारोबारी बिल के साथ बिक्री करते मिलेंगे उन्हें तो कोई परेशानी नहीं होगी,लेकिन जहां पर बिना बिल के बिक्री किए जाने की शिकायत मिलेगी, वहां जांच टीम आधे घंटे के भीतर पहुंचकर छापा मारेगी। कारोबारियों को सख्त हिदायत दी गयी है कि वे परेशानी से बचने के लिए बिना बिल के बिक्री न करें। इसके अलावा शहर के परचून कारोबारियों पर भी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे अघोषित रूप से मिठाई न बनायी जा सके। मिठाई कारोबारियों की दुकानों से गोपनीय तौर पर नजर रखी जाएगी।
