बीजिंग। भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव का फायदा कहीं ना कहीं चीन उठाने की कोशिश कर रहा है। भारत के एनएसजी में प्रवेश से लेकर पाकिस्तानी आतंकी जैश-ए-मुहम्मद सरगना मसूद अजहर पर बैन लगाने के खिलाफ चीन दिवार बनकर खड़ा हो रहा है।
हाल ही जब भारत ने पाकिस्तान से लगती सीमा को दो वर्षों में पूरी तरह सील करने का फैसला किया तो चीन की बेचैनी बढ़ गई है। चीन ने भारत के फैसले को अतार्किक और अविवेकपूर्ण बताया है।
मंगलवार को प्रकाशित रिपोर्ट में चीनी विशेषज्ञों ने बीजिंग और इस्लामाबाद के बीच गहरी दोस्ती को देखते हुए इस कदम से भारत-चीन के संबंध और ज्यादा जटिल होने की आशंका जताई है। साथ ही ये भी कहा कि सीमा सील करने से दोनों देशों के बीच व्यापार और बातचीत की प्रक्रिया प्रभावित होगी। यह फैसला शीतयुद्ध कालीन मानसिकता वाला है।
“ग्लोबल टाइम्स” ने यह रिपोर्ट ऐसे समय प्रकाशित की है, ब्रिक्स बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग इसी सप्ताह भारत आ रहे हैं। भारत यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
चीन ने भारत के फैसले को गलत ठहराने की कोशिश करते हुए कहा है कि, “भारत बहुत ही अविवेकी फैसले ले रहा है। उड़ी हमले की व्यापक जांच भी नहीं की गई और न ही इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के सुबूत मिले हैं !