लखनऊ ! गंगा जमुनी तहजीब के शहर लखनऊ ने आज ईद उल अजहा के मौके पर दुनियाभर के सामने इकज़हती की मिसाल पेश की बकरीद की नमाज शिया धर्म गुरु एवं ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना डॉ. कल्बे सादिक और नवाब मीर जाफर अब्दुल्ला की मौजूदगी में शिया सुन्नी ने एक साथ अदा की। वहीं खाने-पीने की व्यवस्था सिख और हिंदू भाइयों की तरफ से हुई। दोनों समुदायों की यह साझा नमाज सार्वभौमिक भाई चारा कायम करने के लिए सोशल मीडिया पर चलाये गये ‘शोल्डर टू शोल्डर’ (एस2एस) अभियान की उपलव्धि रही। इस अवसर पर प्रतिष्ठित शिया धर्म गुरु और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्बे सादिक ने कहा की आज समय की जरूरत है की हम सब एक दूसरे के करीब आये आपस में गले मिलकर दूरियां और गलत फहमियां दूर करें इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है।’ अपनी समृद्ध सांस्कृतिक भाषाई वास्तुकला के लिए मशहूर लखनउ शिया सुन्नी के बीच पहले भी मौलाना शादिक ऐसे ही प्रयास करते रहें हैं बताते चले की इस अवसर पर महंत दिव्यागिरी मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव एम् एल सी अशोक बाजपेयी, तारिक दुर्रानी निकहत शमा, कमाल बेग सहित शिखसमाज व इसाई समाज के कई वरिष्ठ लोग व धर्म गुरु भी मौजूद रहे !
फीरोजाबाद में मूर्तियों पर कपड़ा लपेटा
फीरोजाबाद में नमाज के दौरान गांधी पार्क स्थित स्वामी विवेकानंद एवं पद्म भूषण साहित्यकार बनारसी दास चतुर्वेदी की प्रतिमा को प्रशासन ने कपड़े से ढंकवा दिया था। शहरवासियों को इस नई परंपरा की वजह समझ नहीं आई।
इसी तरह अमेठी सुलतान पुर बाराबंकी आदि जिलों में भी शांतिपूर्ण ढंग से ईद-उल-अजहा मनाई गई। मस्जिदों में नमाज अदा कर देश की खुशहाली और तरक्की के लिए दुआ मांगी गई।
मुजफ्फरनगर में कुर्बानी के विरोध पर दो संप्रदायों के बीच थोड़ा विवाद हुआ जो जल्द ही निपटा लिया गया। पर्व को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए हर जिले में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। अलीगढ़ में देश की तरक्की के साथ – साथ ही मीना मेंहुए हादसे का शिकार हुए जायरीन के लिए भी दुआ की गई।