अमेठी-जगदीशपुर ! बसपा के पूर्व लोकसभा प्रभारी और सुल्तानपुर व अमेठी जिले में वर्ष 1992 से पार्टी में जुझारू व कर्मठ नेता के रूप में जाने जाने वाले बसपा के कद्दावर नेता मो.साबिर ने भी आज बहन जी के कुछ ऐसे लोगों के क्रिया कलापों से आजिज़ आकर बसपा से इस्तीफा दे दिया जिनके जरिये रूपये की वसूली का काम लगातार किया जा रहा था मो. साबिर ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा की बसपा में मुस्लिमों को लगातार उपेक्षित भी किया जा रहा है उ.प्र. में कोई मुस्लिम समाज का नेता किसी बड़े ओहदे पर नहीँ है भा जा पा से तालमेल कर सरकार बनाना व मुस्लिम समाज को अपमानित करना व इस पार्टी का पुराना इतिहास है उन्होंने कहा की ब स पा राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने जोश व जुनून में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को देवी का रूप बताया जिससे मुस्लिम समाज आहात हुआ उनके इस कृत्य से मुस्लिम समाज में खासा आक्रोश है यह पूछे जाने पर की आप किस पार्टी के साथ जुडेंगें उन्होंने कहा की अभी फिलहाल यह तय नहीं किया है लेकिन जल्द ही आप् सब अवगत होंगें की मैं किस पार्टी से में जाऊँगा!
कुल मिलाकर मो.साबिर के बसपा से इस्तीफे के बाद क्षेत्रीय नेताओं में खलबली सी मच गयी है चर्चा है की श्री साबिर के इस्तीफे से खासकर क्षेत्र के मुस्लिम मतों पर असर आने वाले चुनाव में जरूर पड़ सकता है!
