नई दिल्ली। आंदोलन के लिए एक बार फिर जंतर-मंतर पहुंचे गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि जिन नेताओं को लोगों ने सेवक बनाकर भेजा था, वे अब मालिक बन गए हैं। सेवक आज मालिक की जमीन छीन रहा है।
अन्ना ने मोदी सरकार के अध्यादेश को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि इसे वापस लेना चाहिए और 2013 के कानून में किसानों की भलाई की और बातें डालनी चाहिए। साथ ही किसान विरोधी अध्यादेश को वापस लेना चाहिए।
गांधीवादी समाजसेवी ने कहा कि अंग्रेजों ने भी किसानों को लूटने वाला कानून बनाया था और वर्तमान सरकार किसान विरोधी काम कर रही है। अन्ना इससे भी एक कदम आगे जाते हुए कहा कि इतने अत्याचार तो किसानों पर अंग्रेजों ने भी नहीं किए।
अन्ना ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मोदी ने कहा कि अच्छे दिन आएंगे मगर आम आदमी के अच्छे दिन कहां आए? अच्छे दिन तो उद्योगपतियों के आए हैं।
सरकार को किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेना चाहिए। अधिग्रहण के खिलाफ अब किसानों को कोर्ट जाने के लिए भी सरकार की अनुमति लेनी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार मनमर्जी कर रही है। सरकार को किसने बनाया है। जनता मालिक है, जबकि सरकार में बैठे लोग सेवक हैं। मगर आज सेवक मालिक बन गया है। उन्होंने कहा कि वे अनशन नहीं करेंगे। किसानों के लिए अभी उन्हें जिंदा रहना है। किसानों के लिए पदयात्रा करेंगे। इसके बाद जेल भरो आंदोलन चलाएंगे।