रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में दो साल पहले घटी एक घटना के सिलसिले में तत्कालीन शहर कोतवाल समेत 14 पुलिसकर्मियों के खिलाफ लूट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आधिकारिक सूत्रों की माने तो 18 मार्च 2014 को शहर कोतवाली क्षेत्र के अहिया रायपुर गांव में हुए बवाल के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। आरोप था कि कुछ लोगों को सुलह समझौते के लिए कोतवाली बुलवाया था और उन लोगों के साथ बदसलूकी की गई। उन्हीं में से रंग महल निवासी मो. सगीर ने अल्पसंख्यक आयोग में शिकायत दर्ज करा कर आरोप लगाया था कि सुलह समझौते के नाम पर तत्कालीन कोतवाल संजय नाथ तिवारी ने बुलाकर उनके साथ मारपीट की और पर्स, मोबाइल और पैसे आदि छीन लिए थे। आयोग के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित होकर अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। जिसपर आयोग ने पुलिस को निर्देश दिया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी जांच करायी जाए। आयोग के निर्देश पर कोतवाल लक्ष्मी कांत मिश्रा ने तत्कालीन कोतवाल संजय नाथ तिवारी समेत 14 पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।