बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रेलवे बेवसाइट आई.आर.टी.सी. को हैक कर रेलवे मिनिस्ट्री को चूना लगाने का मामला सामने आया है। इस धंधे में शामिल युवक को बस्ती से बैंगलोर, मुंबई और लखनऊ की सी.बी.आई. टीम ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार रेलवे काऊंटर पर एक कंफर्म टिकट को बनने में एक मिनट का समय लगता है, लेकिन हामिद सिर्फ 30 सेकेंड में 10 लैपटॉप की मदद से 500 टिकट एक साथ निकालता था। हामिद हैक करने वाले सॉफ्टवेयर ब्लैक के.एस. को तैयार करके बेचता था। बता दें कि हामिद के सॉफ्टवेयर से भारत में हजारों लोग यह कारोबार चला रहे हैं और अब तक रेलवे को 9 करोड़ का चूना लगाया जा चुका है।
बताया जा रहा है कि कप्तानगंज वायरलेस चौराहा का रहने वाला और इंटर में पढ़ने वाला हामिद अशरफ पुत्र जमीरूल हसन पिछले कुछ महीनों से आई.आर.सी.टी.सी. को हैक करके टिकट बनाता था।इस बात की सूचना मिलते ही बैंगलोर, मुंबई और लखनऊ की सी.बी.आई. टीम मामले की जांच में लग गई। पुलिस काफी समय से हामिद को तलाश कर रही थी। जब सी.बी.आई. को पता चला कि हामिद पुरानी बस्ती इलाके में है। पुलिस ने वहां पर पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिया। मौके पर पुलिस को 10 लैपटॉप, 80 सिमकार्ड, 16 बैंक अकाऊंट की पासबुक और अन्य सामान बरामद हुआ है।
कम्पयूटर से खेलते-खेलते हामिद ने बस्ती में रहकर रेलवे की साईट को हैक करने का सॉफ्टवेयर अपने आप तैयार किया था। आरोपी हामिद के पिता कप्तानगंज के वायरलेस चौराहे पर पटरा बल्ली की दुकान चलाकर परिवार को पाल रहे हैं। हामिद ने एक ग्रुप बना रखा था जिससे वह अपनी 500 आई.डी. पर नजर रखता था। जैसे ही कभी से भी टिकट की बुकिंग होती थी वह गूगल के द्वारा वहां पर पहुंच जाता था।
वहीं दूसरी तरफ पुलिस को हामिद के पास से 16 बैंक अकाऊंट जिनमें करीब 50 लाख रुपया जमा है। इंटर में पढ़ने वाले लड़के के बैंक अकाऊंट में इतनी बड़ी रकम होने से सी.बी.आई. की नींद उड़ गई है। हामिद के पास से मिले सभी बैंक अकाऊंट पर ए.टी.एम. जारी है। मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार रेलवे काऊंटर पर एक कंफर्म टिकट को बनने में एक मिनट का समय लगता है, लेकिन हामिद सिर्फ 30 सेकेंड में 10 लैपटॉप की मदद से 500 टिकट एक साथ निकालता था। हामिद हैक करने वाले सॉफ्टवेयर ब्लैक के.एस. को तैयार करके बेचता था। बता दें कि हामिद के सॉफ्टवेयर से भारत में हजारों लोग यह कारोबार चला रहे हैं और अब तक रेलवे को 9 करोड़ का चूना लगाया जा चुका है।
बताया जा रहा है कि कप्तानगंज वायरलेस चौराहा का रहने वाला और इंटर में पढ़ने वाला हामिद अशरफ पुत्र जमीरूल हसन पिछले कुछ महीनों से आई.आर.सी.टी.सी. को हैक करके टिकट बनाता था।इस बात की सूचना मिलते ही बैंगलोर, मुंबई और लखनऊ की सी.बी.आई. टीम मामले की जांच में लग गई। पुलिस काफी समय से हामिद को तलाश कर रही थी। जब सी.बी.आई. को पता चला कि हामिद पुरानी बस्ती इलाके में है। पुलिस ने वहां पर पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिया। मौके पर पुलिस को 10 लैपटॉप, 80 सिमकार्ड, 16 बैंक अकाऊंट की पासबुक और अन्य सामान बरामद हुआ है।
कम्पयूटर से खेलते-खेलते हामिद ने बस्ती में रहकर रेलवे की साईट को हैक करने का सॉफ्टवेयर अपने आप तैयार किया था। आरोपी हामिद के पिता कप्तानगंज के वायरलेस चौराहे पर पटरा बल्ली की दुकान चलाकर परिवार को पाल रहे हैं। हामिद ने एक ग्रुप बना रखा था जिससे वह अपनी 500 आई.डी. पर नजर रखता था। जैसे ही कभी से भी टिकट की बुकिंग होती थी वह गूगल के द्वारा वहां पर पहुंच जाता था।
वहीं दूसरी तरफ पुलिस को हामिद के पास से 16 बैंक अकाऊंट जिनमें करीब 50 लाख रुपया जमा है। इंटर में पढ़ने वाले लड़के के बैंक अकाऊंट में इतनी बड़ी रकम होने से सी.बी.आई. की नींद उड़ गई है। हामिद के पास से मिले सभी बैंक अकाऊंट पर ए.टी.एम. जारी है। मामले की जांच की जा रही है।