नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेजी और उर्दू अखबारों ने पठानकोट एयरबेस हमले की निंदा की है। अखबारों ने इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के भारत के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि पाकिस्तान तो खुद आतंक झेल रहा है। ऐसे में वो हमला क्यों करवाएगा। अखबारों का कहना है कि अगर दोनों देशों के बीच बातचीत बंद होती है, तो इसका मतलब यह होगा कि आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब रहे। यह दोनों देशों के लिए बेहद चुनौतीभरा समय है।
क्या कहना है पाक मीडिया का?
– पाकिस्तान को हमले के लिए जिम्मेदार बताना गलत है। पाकिस्तानी एयरबेस पर भी इस तरह हमले हो चुके हैं। इस बार ये आतंकी भारत में घुसपैठ करने में सफल रहे। ये हमला ऐसे वक्त हुआ है, जब दोनों देश के पीएम संबंध पटरी पर लाने की कोशिश में जुटे हैं।
– प्रधानमंत्री मोदी की अचानक पाकिस्तान आने के बाद से रिश्ते बेहतर हो रहे हैं। ऐसे में पठानकोट बेस में हुआ आतंकी हमला दोनों देशों के बीच कड़वाहट घोल सकता है और आतंकियों का यही मकसद है।
– पठानकोट घटना से विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर जरूर असर पड़ेगा। भारत इस बैठक से पहले घटना की पूरी शुरुआती जांच की अपेक्षा रखता है और मीटिंग में उसका रुख बहुत हद तक जांच के नतीजे पर निर्भर करेगा।
– यह हमला मोदी पर उनके पाकिस्तान से सबंध बढ़ाने के उत्साही रवैये पर दोबारा विचार करने का दबाव बनाएगा।