मेरठ: एक बाल संप्रेक्षण गृह से आज तड़के 91 बच्चे कमरे का जंगला तोड़ने के बाद दीवार फांदकर फरार हो गए. घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के थाना नौचंदी क्षेत्र की है. दोपहर तक 40 बच्चों को पकड़ लिया गया और शेष की तलाश जारी है. लापरवाही बरतने के आरोप में दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है और घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं.
पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आज तड़के सूरजकुंड बाल सुधार गृह से 91 बंदी अपने कमरों के जंगले तोड़ कर बाहर निकल आए और परिसर की दीवार फांद कर फरार हो गए.
उन्होंने बताया कि इन बंदियों ने फरार होने के लिए कंबल और चादर की रस्सी बनाई और उसकी मदद से छत से नीचे उतर आए और दीवार फांद कर भाग निकले. पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस संबंध में सुधार गृह में तैनात दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है.
घटना की सूचना मिलने पर फरार बच्चों की तलाश के लिए कई टीमें गठित की गइ’ और दोपहर तक पुलिस को 40 बच्चों को पकड़ने में कामयाबी मिल गई. शेष बच्चों की तलाश जारी है. इस बीच जिला मजिस्ट्रेट पंकज यादव ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं. जिलाधिकारी ने घटना की जांच नगर मजिस्ट्रेट को सौंपते हुए उनसे एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है.
जिलाधिकारी पंकज यादव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सूरजकुंड बाल सुधार जेल में क्षमता से अधिक बंदी हैं. इसके मद्देनजर प्रशासन ने यहां के 43 बाल बंदियों को कल ही बुलन्दशहर के बाल सुधार गृह में शिफ्ट किया था, जिसके बाद यहां बाल बंदियों की संख्या 143 रह गई है, जबकि पहले यहां 186 बाल बंदी थे.
