इस्लामाबाद. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट को पाकिस्तान में अपनी गतिविधियां चलाने के लिए फंड अमेरिका से मिल रहा है। पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट कमांडर यूसुफ अल सलाफी ने खुफिया एजेंसियों को पूछताछ में यह जानकारी दी। अल सलाफी और उसके दो साथियों को 22 जनवरी को लाहौर से गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, यह साफ नहीं हुआ कि IS को अमेरिका की किस लोकेशन से फंड मिल रहा है।
खुफिया अधिकारियों के नजदीकी एक सूत्र ने उर्दू अखबार डेली एक्सप्रेस को बताया, “जांच के दौरान यूसुफ अल सलाफी ने खुलासा किया कि इस्लामिक स्टेट में जिहादियों की भर्ती के लिए उनके पास अमेरिका के जरिए फंड पहुंच रहा है।” अखबार का यह दावा भी है कि अल सलाफी को पिछले साल दिसंबर में भी गिरफ्तार किया गया था।
एक सूत्र ने पहचान सार्वजनिक न करने की शर्त पर अखबार को बताया, “एक तरफ अमेरिका इस्लामिक स्टेट का विरोध करता है, वहीं ऐसे संगठनों को फंड भी पहुंचाता है। कई बड़े आतंकी संगठनों को मिलने वाला पैसा अमेरिका के रास्ते पहुंचता है। अमेरिका को इस छवि से बाहर निकलना होगा कि वो आतंकियों की मदद कर रहा है। अमेरिका को बताना होगा कि वो इराक की तरह सीरिया में आतंक विरोधी अभियान क्यों नहीं चला रहा।”
अखबार ने खुलासा किया है कि अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी के हालिया पाकिस्तान दौरे के दौरान यह रहस्योद्घाटन किया गया था। पिछले महीने इस्लामाबाद में यूएस सेंट्रल कमांड चीफ जनरल लॉयड ऑस्टिन को भी इसकी जानकारी दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अल सलाफी पाकिस्तान-सीरियाई है, जो पांच महीने पहले तुर्की के रास्ते पाकिस्तान आया था। वह पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट के लिए जिहादियों की भर्ती कर रहा था।
पिछले कई महीनों में पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट के प्रभाव काफी बढ़ा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि लाहौर और मुल्तान के कई इलाकों में इस्लामिक स्टेट के झंडे और पोस्टर भी देख गए थे। हालांकि, पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय आतंकी संगठनों के आगे इस्लामिक स्टेट का खड़ा हो पाना मुश्किल है।
IS आतंकी का खुलासा अमेरिका से मिल रहा है फंड,,,,
Jan 29, 2015Jan Jagran Media Manch0Like

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