कानपुर में सीओ समेत,थाना इंचार्ज सहित 8 पुलिसकर्मियों की बदमाशों द्वारा अंजाम दिए गए हत्याकांड के पीछे मुखबिरी होने की शंका व्यक्त की जा रही है। सूत्रों की मानें तो हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पहले से ही मालूम हो गया था कि रात में उसके घर दबिश पड़ने वाली है।
ज्ञात हो की कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। घटना के बाद पुलिस ने गांव को चारों ओर से घेर लिया है। ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है। गांव में आरएएफ तैनात कर दी गई है।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास दुबे का नाम आया था। कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही वर्ष 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास दुबे पर जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप है।
वर्ष 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी है। 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चैयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था। कोई गवाह न मिलने के कारण केस से बरी हो गया।
एसटीएफ ने कानपुर में वर्ष 2001 में भाजपा के तत्कालीन दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की थाने के अंदर सनसनीखेज हत्या करने के आरोपी विकास दुबे को 2017 में लखनऊ से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में विकास ने बताया था कि वर्ष 1996 में कानुपर की चौबेपुर विधानसभा क्षेत्र से हरिकृष्ण श्रीवास्तव व संतोष शुक्ला चुनाव लड़े थे।
इस चुनाव में हरिकृष्ण श्रीवास्तव विजयी घोषित हुए थे। विजय जुलूस निकाले जाने के दौरान दोनों प्रत्याशियों के बीच गंभीर विवाद हो गया था। जिसमें विकास दुबे का नाम भी आया था और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। यहीं से विकास की भाजपा नेता संतोष शुक्ला से रंजिश हो गई थी। इसी रंजिश के चलते 11 नवंबर 2001 को विकास ने कानपुर के थाना शिवली के अंदर संतोष शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
जंगलों में छुपे दो बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया,दो जवान भी घायल
कानपुर में बिकरू गांव के जंगलों में छुपे हुए दो बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया है। इस कार्रवाई में पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं। बदमाशों को ढूंढने के लिए पुलिस पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। कानपुर के आसपास के जिलों की सीमाओं को सील कर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस के आलाधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। एडीजी जय नारायण सिंह ने घटना की पुष्टि की है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मौके पर पहुंच कर घटना का जायजा लिया। बता दें कानपुर में गुरुवार रात एक बजे दबिश देने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं थी जिसमे कई पुलिस जवानों की शहादत हुई तभी से पुलिस बदमाशों की तलास में काम्बिंग कर रही है ।