कोरोना से फैली महामारी के बीच कई चौंकाने वाली खबरें भी आ रही हैं.लोग कोरोना के खौफ के चलते आत्महत्या तक कर रहे हैं उत्तेर प्रदेश और बिहार पंजाब में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं जो चौंकाते नज़र आ रहे हैं लोगों का मानना है की न्यूज़ चैनलों द्वारा कोरोना के खौफ को जिस तरह से पेश किया जा रहा है उसी तरह से कोरोना के खौफ से डरे सहमें लोगो द्वारा की जा रही आत्महत्याओं को देखते हुए लोगों को इस तरह के कदम ना उठाये जाने के लिए भी कुछ डिबेट्स की जानी चाहिए जिससे लोग कोरोना के खौफ से इस तरह के आत्मघाती कदम ना उठाये !
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर मंडल में पिछले दिनों कोरोना के खौफ से दो लोगों द्वारा फांसी लगाकर मौत को गले लगाया गया यहाँ बीते बुधवार को गन्ना विकास परिषद शेरमऊ के क्लर्क ने फांसी लगाकर जान दे दी वहीं गुरुवार सुबह शामली में एक निर्माणाधीन अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती संदिग्ध मरीज ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।एसपी शामली विनीत जयसवाल के अनुसार सीएमओ शामली संजय भटनागर ने संदिग्ध मरीज़ द्वारा फांसी लगाये जाने की सूचना पुलिस को दी गयी बताया जाता है कि स्वास्थ विभाग द्वारा निर्माणाधीन जिला अस्पताल के क्वारंटीन वार्ड में भर्ती था यह युवक एसपी के अनुसार युवक के गले में गमछा का फंदा लगा मिला यह युवक गांव नानूपुरी, थाना कांधला निवासी था ! यू पी के बांदा जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र में मिस्त्री का काम करने वाले युवक ने कथित रूप से कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस सूत्रों ने बताया कि मूलरूप से हमीरपुर जिले के चिल्ली गांव के रहने वाले राजेंद्र (35) ने जमालपुर गांव स्थित अपने ससुराल में पंखे के हुक से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की . बताया जाता है कि राजेंद्र दिल्ली में रहकर राजमिस्त्री का काम करता था ! मृतक के रिश्तेदार महेश ने बताया, जुकाम, खांसी और बुखार से पीड़ित होने पर गांव के कुछ लोगों ने राजेंद्र के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका जताई थी, जिसके बाद वह मकान की दूसरी मंजिल पर बने एक कमरे में अकेले रहने लगा था और घर-परिवार के लोग भी उससे दूरी बनाने लगे थे. इसी तरह हापुड़ के पिलखुवा में एक युवक ने गर्दन रेतकर आत्महत्या कर ली इसने भी सुसाइड नोट में कोरोना के कारण आत्महत्या लिखी है। बताया जाता है किपिलखुवा निवासी तीस वर्षीय सुशील को कई रोज पहले बुखार आया था। जो मोदीनगर में इलाज करा रहा था। लेकिन बुखार न उतरने और गले में इंफेक्शन होने पर उसको शक हो गया जिसके बाद वह सरकारी अस्पताल भी पहुंचा लेकिन कोई सेंपलिंग न होने और खासी बुखार होने के कारण लोग उससे दूर भागने लगे जिससे युवक डिप्रेशन में आ गया उसने अपने दोनो बच्चो और पत्नी को अलग कमरे में सुला दिया और रात को ही उसने अपने कमरे में गर्दन काटकर आत्म हत्या कर ली उसने सुसाइड नोट मे लिखा था कि कोरोना के कारण उसने मौत को गले लगा लिया। सूचना स्सोचना पाकर पालिका और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची युवक का शव पुलिस ने कब्जे में लेकर पोसटमार्टम के लिए भेजा। एडीएम जयनाथ यादव का कहना है कि उसकी कोई पुष्टि या सेंपल नहीं हुआ था। इसी तरह बरेली जंक्शन पर एक युवक ने मालगाड़ी से कटकर जान दे दी बताते हैं कि युवक को कई दिनों से बुखार था। बताते हैं वह जंक्शन पर आया और ट्रैक पर लेट गया, इसी बीच मालगाड़ी आ गई और जब तक लोग उसे बचाने दौड़े तब तक वह मालगाड़ी के नीचे आ चुका था मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आरपीएफ और जीआरपी मामले की जांच कर रही है। कोरोना वायरस के खौफ में एक शख्स द्वारा रांची में भी जान दिए जाने का मामला सामने आया है मामला रांची के अरगोड़ा थानाक्षेत्र का है. यहां एक ऑटो चालक ने कोरोना के डर से अपने ही घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतक की पहचान पप्पू सिंह के रूप में हुई है. वह पिछले दो साल से अशोक नगर रोड नंबर-4 में रहकर ऑटो चलाता था.
पुलिस ने मकान मालिक और अन्य किरायेदारों से इस बाबत पूछताछ की तो पूछताछ में पता चला कि ऑटो चालक पप्पू सिंह कोरोना से हो रही मौत की खबरें सुनकर काफी डर गया था. उसने खुद को घर में पूरी तरह कैद कर लिया था.
मकान मालिक के अनुसार पप्पू उनके मकान में पिछले 2 साल से किरायेदार के रूप में रह रहा था. वह यहां अकेला रहता था. लेकिन जब से कोरोना की बात सामने आई, वह बेहद डरा-डरा सा रहता था. इसी तरह पंजाब के ब्यास थानांतर्गत सठियाला गांव में सेवानिवृत गुरजिदर कौर और उसके पति बलविदर सिंह ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के खौफ के चलते आत्महत्या कर ली सुसाइड नोट मिलने के बाद हुए खुलासे के बाद एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है। मृतकों के कब्जे से मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं। उनकी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है। उन्हें परेशानी हो गई है। वह दोनों परेशान है। उन्हें लगने लगा है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
