लखनऊ । प्रदेश के लॉकड़ाउन वाले १६ जिलों में सोमवार को पुलिस/प्रशासन की सख्ती से कुछ जगहों पर जहां सन्नाटा पसरा रहा तो वहीं कुछ इलाकों में लोग इससे बेपरवाह दिखे। दिन में स्थिति तो कुछ ठीक रही‚ लेकिन शाम होते ही राजधानी लखनऊ के डं़ड़हिया‚ ड़ालीगंज‚ ताड़Ãीखाना मंड़ी (सीतापुर रोड़) व अन्य जिलों में भी कई स्थानों पर लोग खरीदारी करने बाजारों में निकल पड़े़। हालांकि पुलिस प्रमुख चौराहों पर सक्रिय दिखी। इस दौरान पूरे प्रदेश में लॉकड़ाउन तोड़़ने पर पांच सौ से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और यह सिलसिला देर रात जारी था। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने लॉकड़ाउन को गंभीरता से लेने की अपील करते हुए कहा कि लोग घरों में ही रहें और अपने परिवार को बचाएं। ॥ प्रदेश में लॉकड़ाउन किये गये १६ जनपदों में सोमवार पूर्वाह्न तक सड़़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। राजधानी लखनऊ समेत कई अन्य जनपदों में अपराह्न बाद लोग अचानक घरों से निकलने लगे। कुछ जनपदों में पुलिस से निकलने को लेकर नोंकझोक भी हुई। पुलिस प्रशासन के समझाने–बुझाने के बाद लोग मनाने को तैयार नहीं हुए। इस पर पुलिस हरकत में आयी और लॉकड़ाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करनी शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक राजधानी लखनऊ में ८७‚ गाजियाबाद में ७०‚ ग्रेटर नोएड़ा में ४९‚ कानपुर में २२‚ आगरा में २२‚ मेरठ में २६‚ मुरादाबाद में २७ व इलाहाबाद में १७ लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराया है। इसके अतिरिक्त बरेली‚ पीलीभीत‚ लखीमपुरखीरी‚ आजमगढ़ø‚ व वाराणसी में भी लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। इन पर लॉकडाउन का उल्लघंन करने का आरोप है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि १०३२५ वाहनों का चालान किया गया है। साथ ही ६४५ वाहन सीज किये गये है। लॉकड़ाउन का सोमवार को कई जिलों में व्यापक असर भी देखने को मिला। हालांकि लोग जरूरी सामानों की खरीददारी के लिए घरों से बाहर निकले‚ जिससे कहीं–कहीं पुलिस से झड़़प भी हुई। ड़ाक‚ बैंक‚ स्वास्थ्य सहित जिन क्षेत्रों को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है‚ उनसे जुड़़े कर्मचारियों को पहचान पत्र दिखाने के बाद जाने की इजाजत दी गई। ऐसे १७ जिले जहां कोरोना वायरस से कोई भी व्यक्ति प्रभावित है‚ या उसे पृथक किया गया है‚ उन जनपदों में २३ से २५ मार्च तक पूरी तरह लॉकड़ाउन लागू किया गया है। इन जिलों में आगरा‚ लखनऊ‚ नोएड़ा‚ गाजियाबाद‚ मुरादाबाद‚ वाराणसी‚ जौनपुर‚ लखीमपुर खीरी‚ बरेली‚ आजमगढø़‚ कानपुर‚ मेरठ‚ प्रयागराज‚ अलीगढø़‚ गोरखपुर‚ पीलीभीत और सहारनपुर शामिल हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट किया कि आप सब से पुनः अपील है कि लॉकड़ाउन को गंभीरता से लें। घर के अंदर रहें‚ अपने आप को बचाएं‚ अपने परिवार को बचाएं। उन्होंने कहा कि सभी से अनुरोध है कि निर्देशों‚ नियमों और कानूनों का पालन करें और इस महामारी के विरुद्ध लड़़ाई में सरकार के साथ मिल कर काम करें। सतर्क रहें‚ जागरूक रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़़ाई में उत्तर प्रदेश को भी पूर्ण रूप से सहभागी बनना है‚ इसीलिये १७ जनपदों में पूरी तरह लॉकड़ाउन का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि मेरी प्रदेशवासियों से अपील है कि वे २३ करोड़़ जनता के स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य के लिये अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि सभी से मेरी अपील है कि अपने घरों में रहें। अनावश्यक रूप से बाहर एवं सार्वजनिक स्थलों पर न निकलें। प्रशासन‚ पुलिस व स्वास्थ्य विभाग आपकी सेवा के लिये पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा था कि ऐसे १६ जिले जहां कोरोना वायरस से कोई भी व्यक्ति प्रभावित है‚ या किसी को पृथक किया गया है‚ उन जनपदों को २३ से २५ मार्च तक पूरी तरह लॉकड़ाउन किया गया है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लोगों से लॉकड़ाउन का गंभीरता से पालन करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से कहा कि वे नियमों और कानूनों का पालन कराना सुनिश्चित करें। मोदी ने ट्वीट किया‚ ‘लॉकड़ाउन को अब भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं‚ अपने परिवार को बचाएं‚ निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।’ प्रधानमंत्री ने कहा‚ ‘राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वे नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।’ लॉकड़ाउन के दौरान हजरतगंज में पसरा सन्नाटा व दूसरी तरफ कोरोना महामारी से बेपरवाह लोग सड़़क पर निकल पड़े़। चौक के कोनेश्वर चौराहे पर इन्हें रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़़ी।
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