प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित घंटाघर पार्क में बीते नौ दिनों से सीएए और एन आर पी,एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने शनिवार को पुलिस अधिकारियों पर अभद्रता का आरोप लगाया उनका आरोप है कि पुलिस उनके पुरुष मददगारों के साथ मारपीट कर उन्हें गिरफ्तार कर रही है और महिलाओं के साथ भी पुलिस का रवैया ठीक नहीं है महिलाओं का आरोप है कि उन्होंने जब पुलिस के रवैये के खिलाफ बच्चों के साथ उन्हें गुलाब फूल देने की कोशिश की तो भी पुलिस अधिकारी भड़कते रहे । उधर, गोमतीनगर में भी महिलाओं का प्रदर्शन छठवें दिन भी जारी रहा।
अधिवक्ताओं सहित समाजसेवी संगठनों के लोग भी पहुंचे घंटाघर
शांति पूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारी महिलाओं से अभद्रता की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में अधिवक्ता और समाजसेवी संगठनों के लोग भी प्रदर्शन स्थल घंटाघर पर पहुंचे तथा पुलिस के रवैये को लेकर अधिकारियों से चर्चा कर नाराजगी जताई। समाजसेवी डॉ वजाहत ,मीना खान, पी सी कुरील,हाजी फहीम ,डॉ फ़िरोज़ हुदा अधिवक्ता यामीन खान,मोहम्मद रिजवान, अरशद आलम, हबीब सिद्दीकी, मुसव्विर अली मंशू, विष्णु अग्रवाल, निशी शुक्ला, तस्नीम अहमद, मोहम्मद हमजा एडवोकेट समीम ,पीयूष सिंह सहित कई अधिवक्ता देर तक यहाँ डटे रहे। प्रदर्शन में हिन्दू महिलाओं ने भी शामिल होकर एकता व सौहार्द का संदेश दिया। महिलाओं ने संविधान की रक्षा व सौहार्द के लिए हवन भी किया। इसमें सुनीता रावत, लालजी देवी, सर्मिष्ठा, शिप्रा, शिल्पा, रेनू, रीतू रावत, दीप्ति , रागिनी आदि शामिल हुईं।