पुलवामा हमले के बाद पकिस्तान के साथ सभी रिश्ते खत्म करने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसका असर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट रिश्तों पर भी पड़ रहा है। भारत के क्रिकेट का प्रतिनिधित्व करने वाली बीसीसीआई की तरफ से आईसीसी को एक पत्र लिखा जाएगा। जिसमें पाकिस्तान को इंग्लैंड में इस साल मई में होने वाले वाले वर्ल्ड कप से बाहर रखने की मांग की जाएगी। बीसीसीआई के इस पत्र में आईसीसी से पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बैन करने की मांग होगी। भारत की तरफ से आईसीसी को कहा जाएगा कि कश्मीर के पुलवामा में जो कुछ भी हुआ उसका पाकिस्तान सीधे तौर पर जिम्मेदार है। हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान भारत पर किसी भी तरह के हमले को नकार चुके हैं। लेकिन सबूतों के तौर पर ये नकारा नहीं जा सकता कि इस हमले का पाकिस्तान से संबंध नहीं है। बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी की तरफ से तैयार किए गए पत्र की सीओए अध्यक्ष विनोद राय और इसके सदस्यों द्वारा मुहर लगी होगी। जिसके बाद ही इसे आईसीसी के सीईओ डेविड रिचर्डसन और वर्ल्ड कप के टूर्नामेंट निदेशक स्टीव एलवर्थी को भेजा जाएगा। साफ है बीसीसीआई के इस पत्र में पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर करने पर कड़ा निर्णय लिया जाएगा क्योंकि अगर बीसीसीआई पीसीबी के साथ क्रिकेट के रिश्ते खत्म नहीं करेगा तो पाकिस्तान को किसी भी तरह का ठोस फर्क नहीं पड़ेगा। बीसीसीआई पहले ही पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल रहा है और अब आईसीसी के किसी टूर्नामेंट से पाकिस्तान के खिलाफ मैच नहीं खेलना काफी बड़ा फैसला हो सकता है।
लेकिन सवाल ये है कि क्या भारत वर्ल्ड कप से पाकिस्तान को सही में बाहर कर सकता है क्योंकि भारत पाकिस्तान को हटाने के लिए आईसीसी को खत लिखता है तो सबसे पहले बीसीसीआई को अप्रैल में वार्षिक बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव को रखने के लिए सहमति बनानी होगी। फिलहाल आईसीसी में भारत के पास बहुमत नहीं है और इस मामले पर वोटिंग हुई तो भारत का हारना तय है। इसके अलावा पाकिस्तान भारत में होने वाले 2021 में चैंपियंस ट्रॉफी और 2023 वर्ल्ड कप की मेजबानी पर भी सवाल खड़े कर सकता है। जिसके बाद भारत के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
इसके अलावा बीसीसीआई अगर फिर भी पीछे नहीं हट रहा होगा और आईसीसी पर ज्यादा दबाव बनेगा तो आईसीसी इसे वोटिंग के लिए सदस्यों के सामने रखेगा उस स्थिति में भी बीसीसीआई को दूसरे देशों से समर्थन मिलने की संभावना बेहद कम है। जाहिर है पाकिस्तान लगभग 7 दशक से टेस्ट क्रिकेट खेल रहा है। वहीं 1992 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान विजेता टीम भी है। जिसकी वजह से आईसीसी के ऊपर इस मुद्दे को लेकर काफी परेशानियां भी हैं। एक टेस्ट खेलने वाले देश की वजह से संवैधानिक या अनुबंध के जरिए पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर करने का आईसीसी के पास रास्ता साफ है लेकिन एक टेस्ट खेलने वाले देश की वजह से संवैधानिक या अनुबंध के जरिए पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर करने का आईसीसी के पास कोई तरीका नजर नहीं आता है।