कोलकाता. पश्चिम बंगाल के 20 जिलों में हो रहे पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में 12 लोग मारे गए। राज्य के डीजीपी सुरजीत कर पुरकायस्थ ने बताया कि 6 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। मीडियाकर्मियों समेत 40 से ज्यादा जख्मी हुए हैं, इनमें पुलिसवाले भी शामिल हैं। कई जगहों पर बूथ कैप्चरिंग, बैलट बॉक्स लूटने की घटनाएं सामने आईं। आगजनी और फायरिंग भी की गई। हिंसा की घटनाओं पर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। 5 बजे तक 72 फीसदी मतदान हुआ। नतीजों का ऐलान 17 मई को होगा। बता दें कि पिछले साल हुए चुनावों में हिंसा के दौरान 25 लोगों की मौत हुई थी।
उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, वर्धमान, कूचबिहार, मिदनापुर, मुर्शिदाबाद, बीरपारा समेत कई जिलों में हिंसा की खबर है।मुर्शीदाबाद, सोनादांगी और बीरपारा में बूथ में तोड़फोड़ की गई और बैलट बॉक्स तालाब में फेंक दिए गए। इसके अलावा कई जगहों पर पेट्रोल बम फेंके गए, गाड़ियों और बूथों में आगजनी की गई। टीएमसी और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प भी हुई। उधर, सीपीआई और भाजपा समर्थकों के बीच भी हाथापाई की खबर है। पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा का विपक्षी दलों ने विरोध किया है। कांग्रेस, वाम दलों ने चुनाव आयोग के दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया।