विभिन्न संगठनों व राजनीतिक दलों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के चलते सोमवार को बिहार के वैशाली जिले में एक नवजात की मौत हो गई। बच्चे का जन्म महनार के पीएचसी में हुआ था। गंभीर हालत देख उसे बेहतर इलाज के लिए सदर हॉस्पिटल हाजीपुर रेफर किया गया था। बच्चे को लेकर उसकी मां एम्बुलेंस से हाजीपुर के लिए चली, लेकिन महनार के अम्बेडकर चौक पर एम्बुलेंस को बंद समर्थकों ने रोक दिया। बच्चे को गोद में लिए मां रास्ता देने की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी। एम्बुलेंस जाम में फंसी रही और बच्चे की मौत हो गई।
भारत बंद का भोजपुर जिले में असर देखा गया। बंद समर्थकों ने दिल्ली-हावड़ा रेल मेनलाइन को आरा व बिहिया स्टेशन पास जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया। आरा-पटना नेशनल हाइवे, आरा-मोहनिया नेशनल हाइवे-30, आरा-बक्सर नेशनल हाइवे-84, आरा -सासाराम स्टेट हाइवे व सकड्डी-नासरीगंज- स्टेट हाइवे को जगह-जगह जाम कर सड़कों पर आगजनी की। इस दौरान भारी उपद्रव हुए। कई जगहों पर तोड़फोड़ की गई। आरा में रेल ट्रैक पर लोहे एवं पत्थर के गार्टर रख करीब सात घंटा तक दिल्ली-हावड़ा मेनलाइन पर ट्रेनों का परिचालन ठप किया।
औरंगाबाद : बंद का दिखा मिला- जुला असर, तोड़फोड़ व प्रदर्शन
एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में दलित समाज के लोग सड़क पर उतरे और विरोध जताया। पूरे जिले में लोग जगह-जगह सड़क पर उतरे और भारत बंदी की औपचारिकताएं निभायी। भारत बंद का प्रभाव जिले में कुछ खास नहीं दिखा। कहीं अाधा घंटा तो कहीं एक घंटे के लिए लोगों ने सड़क पर उतर कर एससी-एसटी एक्ट में हुए संशोधन के प्रति विरोध जताया। इस दौरान सड़क पर आगजनी की गई और आवागमन को बाधित कर दी गई। विरोध में नारेबाजी की गई। पूरे जिले में भारत बंद का आम जन-जीवन पर असर नहीं पड़ा।