लखनऊ !आपातकाल में जेल के सीखचों में कैद रहे लोकतंत्र सेनानानियों ने आज लखनऊ राजधानी स्थित गाँधी भवन सभागार में लोकतंत्र सेनानी कल्याण परिषद् एवं भरत गाँधी फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित राजनीति सुधारो आन्दोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया साथ ही एलान किया कि व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने व देश के अनुकूल वेकल्पिक राजव्यवस्था ,अर्थव्यवस्था व स्वदेशी ढांचे के लिए संघर्षरत संगठनों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर वे आज भी चलने को तैयार हैं .
लोकतंत्र सेनानी कल्याण परिषद् के राष्ट्रीय महासचिव चतुर्भुज त्रिपाठी ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा की देश में वर्तमान हालात आपात काल से भी बद्दतर हो गए है मध्यप्रदेश सरकार ने किसानो के आन्दोलन को दबाने के लिए १ जुलाई २०१७ के शासनादेश से जिलाधिकारियों को किसी के ऊपर भी राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून’ रासुका’ लगाकर जेल भेजने जैसा हिटलरी फरमान दे दिया है स्पष्ट है की सरकारों द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है मीडिया भी इन ख़बरों को उजागर नहीं कर रही है जो की बेहद अफसोसजनक है. श्री त्रिपाठी ने कहा की लोकतंत्र का गला घोंटने की कोसिस में लगे लोग यह समझ लें की लोकतंत्र सेनानी जिस तरह से जय प्रकाश जी के साथ खड़े थे आज भी व्यवस्था परिवर्तन की लडाई में लोकतंत्र की हिफाज़त के लिए आगे खड़े दिखाई देंगें पीछे नहीं हटेंगें .
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रख्यात राजनीतिक विचारक भरत गाँधी ने लोकतंत्र सेनानियों के समक्ष राजनीती सुधार के २५ बिदु रखे और कहा की आधुनिकता के नाम पर पश्चिमी सोच इतिहास्ग्रस्ता से हमें उबरना पड़ेगा .उन्होंने कहा की नेताओं और अधिकारियों को कोसते रहने से कुछ नहीं होगा जब तक वैकल्पिक राज व्यवस्था का कोई माडल सामने न हो .श्री भरत ने कहा की आज की व्यवस्था कूबड़ वाले ऊँट जैसी ही है इस पर जो भी बैठता है उसे कमर हिलाना ही होता है .
कार्यक्रम की अध्यक्षता संविधान विशेषज्ञ व लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ सुभाष कश्यप ने की कार्यक्रम को लोकतंत्र सेनानी गिरीश सक्सेना पी के त्रिपाठी माता प्रसाद तिवारी सोबरन सिघ कुशवाहा रामस्वरूप रामशंकर गुप्ता सहित इंटरनेशनल वोटर्स पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हुकुम सिंह सादेश अली मशीह सुरेद्र प्रधान आदि ने संबोधित किया कार्यक्रम में प्रदेश के कई जिलों के लोकतंत्र सेनानी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे .