प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए गैंगवार के दौरान मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दिनदहाड़े हुई गोलीबारी सेे हड़कंप मच गया। घटना राजधानी के गोमतीनगर स्थित विभूतिखण्ड थाना क्षेत्र के पॉश इलाके कठौता चौराहे की है। फायरिंग में दो लोगों के घायल होने की सूचना मिली है।
बताया गया कि गैंगवार के चलते ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। पुलिस के मुताबिक देर शाम करीब 9 बजे कठौता चौराहे के निकट घटी जहां एकाएक गोलियों की तड़तड़ाहट से आस पास के लोगों में अफरा तफरी मच गई लोग आनन फानन दुकाने घरों के दरवाज़ों व खिड़कियों को बंद करने लगे गोलियों के शिकार पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने अजीत को मृत घोषित कर दिया।लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि रात को तकरीबन 8:30 से 9:00 के बीच विभूति खंड थाना क्षेत्र के अंतर्गत कठौता झील के पास यह घटित हुई है। मृतक का नाम अजीत सिंह उर्फ लंगड़ा है उन्होने बताया कि अजीत सिंह पहले कभी ब्लॉक प्रमुख रहे है। उन्होंने बताया कि अजीत के साथी मोहर सिंह को भी गोली लगी है लेकिन वह खतरे से बाहर हैं।
इसके अलावा वहां से गुजर रहे जोमैटो या स्विगी के सेल्समैन प्रकाश को भी पैर में गोली लगी है। वह भी खतरे से बाहर है। पुलिस ने बताया कि अजीत सिंह माफिया और क्रिमिनल है, जिसके खिलाफ 17-18 मुकदमे दर्ज हैं। सिंह पर 5 मुकदमा मर्डर का दर्ज है। हाल ही में उसे जिला मैजिस्ट्रेट के आदेश पर जिला बदर भी किया गया था। अजीत सिंह के साथियों से बातचीत हो रही है। उन्होंने बताया कि गोली मारने वाले मृतक के परिचित हैं। तकरीबन 25 से 30 राउंड फायरिंग की गई है। 0.32 और 9 एमएम बोर की गोली मौके से मिली है। अधिकारी ने कहा कि अजीत के साथी मोहर सिंह ने बताया कि कुल तीन हमलावर थे ।बताया जाता है कि अजीत सिंह मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहाना के रहने वाले थे। इनकी पत्नी फिलहाल ब्लॉक प्रमुख हैं। सिंह भी पहले ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। अजीत सिंह की हत्या को विधायक शिबू सिंह हत्याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक अजीत सिंह मऊ जिले के मुख्तार अंसारी का बहुत क़रीबी था। दर्जनों अपराधिक मामलो मे अजीत सिंह लिप्त था।
